सुनीता शानू
http://shanoospoem.blogspot.com/
हमने कहा, जानेमन हैप्पी न्यू इयर
हँसकर बोले वो सेम टू यू माई डियर
पहले बस इतना बतलाओ
आज नया क्या है समझाओ
नये साल पर ही करती हो मीठी-मीठी बातें
चलो रहने भी दो हमको चूना मत लगाओ
कब मिली है हमको बिरयानी
अपनी तो वही रोटी और दाल है
सब कुछ तो है वही पुराना
फ़िर भी कहती हो नया साल है
अच्छा छोड़ो बेकार की बातें
बात करो कुछ क्लीयर
तुम भी मनाओ जश्न आज
हमे भी लेने दो बीयर
नये साल का जश्न
कुछ ऎसा हम मनायें
भूल कर सारे गिले शिकवे
पड़ौसन को भी बुलायें
बीयर तक तो श्रीमान जी की
बात समझ में आई
मगर पडौसन को लाने की
कैसी शर्त लगाई
फ़िर भी दिल पर काबू कर के
पौंछे हमने टियर्स
देकर हाथ में चाय का प्याला
बोले उनको चियर्स
नही मनाना हमे नया साल
रहने दो डियर
टकरायेंगे बस चाय के प्याले
और कहेंगे चियर्स...
Wednesday, December 31, 2008
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