(प्रकाश यादव निर्भीक जी के सुपुत्र हैं विवेक |)
तेरी खुशबू से मुझे लगता है,
कि मैं तुमसे शादी करुँगा,
और मैं तेरा महबुबा बनुँगा,
तुम भी मेरी महबुबा,
तुम तो बहुत खुबसूरत हो,
लोग देखेगें शादी करते हुए,
फिर फूल फेकेगेँ,
कि तुम इतनी खुबसूरत लगोगी,
कि लोग देखकर ही मर जायेगें,
और मैं तुमसे प्यार करता ही रहूँगा,
ये प्यार कभी नहीं टुटेगा,
तुम्हें कभी नहीं छोडूँगा,
किसी के पास नहीं जाने दूँगा,
हरदम अपने साथ रखुँगा-
बहुत सुंदर संकलन है आपका
ReplyDeletesoooooooooo sweet
ReplyDeleteprayas sarahniya hain
ReplyDeleteBlog ko chhitajagat main shamil karke bahut achha kaam kiya hai aapne
ReplyDeleteaapke is prayas ke liye bahut bahut subhkamnye
mujhe aapne shamil kiya uske liye man se aabhari hoon